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विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की लखनऊ शाखा द्वारा 'संस्कार वर्ग बाल महोत्सव' का आयोजन किया गया जिसकी पूर्व योजना एवं अनुवर्तन हेतु प्रथम बैठक अप्रैल के प्रथम सप्ताह में की गई जिसमे केन्द्र के सह नगर प्रमुख, युवा प्रमुख, कार्य-पद्धति प्रमुख के साथ-साथ ११ कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। बैठक में केन्द्र के शुभचिन्तक श्री. एन.पी. सिंह(आईएएस), परियोजना निदेशक उत्तर-प्रदेश, वानप्रस्थी कार्यकर्ता श्री. के. सी. गुप्ता एवं संगठक अश्विनी जी ने मार्गदर्शन प्रदान किया।

समूर्ण लखनऊ को चार विस्तारों में बांटा गया है और प्रत्येक विस्तार में आयोजन की योजना बनी। स्वामी विवेकानन्द एवं योग पर आधारित पाँच प्रकार की प्रतियोगिताओं का होना निश्चित किया गया जिनमें सूर्यनमस्कार, पोस्टर, संभाषण, निबन्ध (राष्ट्र निर्माण और स्वामी विवेकानन्द) एवं एकल देशभक्ति गीत थे। सभी प्रतियोगिताओं को दो समूहों में वर्गीकृत किया गया जिसमें प्रथम वर्ग कक्षा ६ से ८ तक एवं द्वितीय वर्ग कक्षा ९ से १२ तक के विद्यार्थियों का होना सुनिश्चित किया गया।

द्वितीय बैठक ठीक चार दिवस बाद हुई जिसमें केन्द्र के संचालक डॉ. दयानन्द लाल, प्रान्त संपर्क प्रमुख प्रो. शीला मिश्रा, सह संचालक प्रो. एस. पी. त्रिपाठी, नगर प्रमुख प्रो. सुभाष कुमार यादव, संपर्क प्रमुख प्रो. सुषमा मिश्रा, सह नगर प्रमुख प्रो. शिवाकर  सहित १५ कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। 

प्रतियोगिता करने हेतु विस्तारश: दायित्वों का निर्धारण किया गया दक्षिण तथा पश्चिम विस्तार का दायित्व नगर प्रमुख प्रो. सुभाष कुमार यादव एवं सम्पर्क प्रमुख प्रो. सुषमा मिश्रा ने लिया। उत्तर एवं पूर्वी विस्तार का दायित्व सह नगर प्रमुख डॉ. शिवाकर तिवारी, युवा प्रमुख श्री. दुर्गेश, कार्य पद्धति प्रमुख सुश्री शोभिता टण्डन, श्री उपेन्द्र एवं सुश्री सीमा सिंह ने लिया। विद्यालय के प्रबंधतंत्र से वार्ता एवं शिक्षकों से संवाद का दायित्व श्री. एन. पी. सिंह, प्रो. शीला मिश्रा एवं प्रो. सुषमा मिश्रा ने लिया। इसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. एस. पी. सिंह तथा केन्द्र के शुभचिंतक प्रो. मौलिंदु जी ने भी विद्यालय प्रबंधतंत्र से वार्ता कर प्रतियोगिताओं को अधिकतम विद्यालयों तक विस्तारित करने में सहयोग प्रदान किया।

चारों विस्तारों में १२५ विद्यालयों से संपर्क किया गया, जिसमें ३७ विद्यालयों के ६१५ विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। 

९ मई को उत्तर विस्तार के विद्यालयों की प्रतियोगिता अलीगंज के आर. के. एस. हायर सेकेंडरी स्कूल में प्रातः ८ बजे से प्रारंभ की गई, जिसमें १२४ विद्यार्थियों के साथ-साथ १५ शिक्षकों ने भाग लिया। शिक्षकों के साथ ‘राष्ट्र पुनर्निर्माण में हमारी भूमिका’ पर संवाद रखा गया। इस चर्चा को केन्द्र की ओर से प्रो. शीला मिश्रा एवं डॉ. दयानंद लाल जी ने संपन्न कराया। कार्यक्रम के समापन सत्र में श्री. एल. वेंकटेश्वर लू (आईएएस), मुख्य चुनाव अधिकारी उत्तर- प्रदेश एवं श्री. एन. पी. सिंह (आई.ए.एस) परियोजना निदेशक उत्तर-प्रदेश ने मुख्य रूप से सादर उपस्थित होकर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। प्रमाणपत्र एवं पुरस्कार श्री. केदार नाथ धर जी (पूर्व आईपीएस) एवं प्रो. शीला मिश्रा द्वारा प्रदान किए गये। 

१० मई को पूर्वी विस्तार की प्रतियोगिता टी. डी. गर्ल्स इंटर कॉलेज गोमतीनगर में संपन्न कराई गई जिसमें शिक्षकों के साथ चर्चा प्रो. शीला मिश्रा जी ने की और समापन सत्र में श्री. अतुल जी पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तर-प्रदेश पुलिस एवं डॉ. सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह निदेशक बेसिक शिक्षा ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन एवं पुरस्कार प्रदान किया। पूर्वी विस्तार के कार्यकर्ताओं प्रो. ब्रिजेश कुमार श्रीवास्तव, श्री कुंदन लाल, इ. विपिन चन्द्र त्रिपाठी, श्रीमती मीरा मिश्रा, श्रीमती ज्योत्सना सिंह, श्रीमती अचला खन्ना, वानप्रस्थी कार्यकर्ता श्री. के. सी. गुप्ता,  श्री.आशुतोष सिंह, सुश्री सुदर्शनी पाण्डेय, सुश्री आरती सिंह आदि कार्यकर्ताओं ने निर्णायक मंडल की भूमिका का निर्वहन किया। टी. डी. गर्ल्स कॉलेज के प्रबंधक श्री. महादेव प्रसाद यादव, प्राचार्या श्रीमती लक्ष्मी सिंह एवं अध्यापकगण ने व्यवस्था का दायित्व संभाला। यहाँ प्रतिभागियों की संख्या १२८ एवं शिक्षकों की संख्या १५ रही।

दक्षिणी एवं पश्चिमी विस्तार की प्रतियोगिता ११ मई को एक साथ बाल विद्या मंदिर हायर सेकेंडरी स्कूल, चारबाग में संपन्न की गई। प्रतियोगिता को संपन्न कराने हेतु संस्थान का सहयोग अपरिमित था. दो विस्तार एक साथ होने के कारण अन्य विस्तारों के कार्यक्रर्मों की अपेक्षा यहाँ संख्या अधिक थी। महत्वपूर्ण बात ये थी कि यहाँ लगभग ५० शिक्षक सहभागी हुए जिनके साथ केन्द्र की प्रान्त संपर्क प्रमुख प्रो. शीला मिश्रा जी की एक सार्थक चर्चा हुई।

प्रतियोगिता संपन्न होने के पश्चात् समापन सत्र में श्री. प्रकाश सिंह जी (पद्मश्री सम्मानित पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तर-प्रदेश पुलिस एवं सीमा सुरक्षा बल) तथा श्री एन. पी. सिंह जी का मार्गदर्शन विद्यार्थियों को प्राप्त हुआ। विद्यार्थियों ने गणमान्य महानुभावों के समक्ष अपनी जिज्ञासाओं को रखा जिसका समाधान उनके द्वारा किया गया। श्री. प्रकाश सिंह जी ने अपने जीवन के अनेक प्रेरणादायी अनुभव बच्चों के साथ साझा किए। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को प्रमाणपत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.

प्रतियोगिता का अंतिम चरण १७ मई को लखनऊ विश्वविद्यालय के सांख्यिकी विभाग एवं मालवीय सभागार में रखा गया जिसमें सभी विस्तारों के विजेता विद्यार्थियों एवं टीमों को बुलाया गया तथा उनके मध्य प्रतियोगिता कराई गई। इस कार्यक्रम में शिक्षकों के साथ प्रो. शीला मिश्रा एवं श्री एन. पी. सिंह ने चर्चा की। इसी दिन “राष्ट्र पुनर्निर्माण में युवाओं का योगदान”  विषय पर विमर्श का भी कार्यक्रम रखा गया जिसमें मुख्य वक्ता ले. जनरल जे. के. शर्मा AVSM, VSM ( चीफ ऑफ़ स्टाफ, सेन्ट्रल कमांड, लखनऊ) रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. एस. पी. सिंह, माननीय कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय एवं संयोजक मेजर जनरल (से.नि.) अजय कुमार चतुर्वेदी (AVSM,VSM), समन्वयक, विमर्श विवेकानन्द केन्द्र लखनऊ ने किया। विमर्श के कार्यक्रम में युवाओं एवं वरिष्ठों के साथ-साथ लगभग चार सौ साठ लोग सम्मिलित हुए जिसमें अनेक प्रोफेसर,  सेना के अधिकारी, वरिष्ठ नागरिक, केन्द्र शुभचिंतक एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के अंत में जनरल शर्मा ने श्रोताओं की जिज्ञासा का समाधान किया और विजेता विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

सम्पूर्ण कार्यक्रम को व्यवस्था की दृष्टि से संपर्क, पंजीकरण, कार्यालय एवं बौद्धिक में बांटा गया था इस हेतु कार्यकर्ताओं की टोली बनाई गई। सम्पूर्ण व्यवस्था पंजिकरण एवं  संचालन के दायित्व में डॉ. शिवाकर, सुश्री शोभिता, सुश्री सीमा, सुश्री रुपाली, सुश्री वर्षा, श्री सौम्य, श्री पीयूष, श्री उपेन्द्र, श्री संदीप, श्री सत्या, श्री कृष्णा, श्री शेखर थे।

इस सम्पूर्ण आयोजन के अनुवर्तन की भी योजना बनी है सभी सम्मिलित विद्यार्थियों को लखनऊ के विभिन्न विस्तारों में २२ मई से २५ जून तक होने वाले अनिवासीय व्यक्तित्व विकास शिविर में सपर्क करके सम्मिलित करना तत्पश्चात आवासीय संस्कार वर्ग प्रशिक्षण वर्ग शिविर का आयोजन करते हुए संस्कार वर्ग की संख्या बढ़ाना तथा संस्कार वर्गों को  व्यवस्थित करते हुए सातत्य प्रदान करने की योजना है। सम्पर्कित विद्यालयों के शिक्षकों हेतु ‘समर्थ शिक्षक समर्थ भारत’ कार्यशाला का आयोजन करना भी अनुवर्तन की योजना का अंग है। 

 विवेकानन्द केन्द्र के कार्य को उत्तर प्रदेश में विस्तार देने के लिए विमर्श का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्य वक्ता श्री. सुशील पंडित जी रहे।

अमेठी के महर्षि शांडिल्य शिक्षण संस्थान में 18 मई को प्रात: 11:30 बजे से 'कश्मीर की सांस्कृतिक परिस्थिति वर्तमान परिप्रेक्ष्य में' विषय पर विमर्श था जिसमें 100 लोग उपस्थित रहे।

रायबरेली में 18 मई को सायं 5 बजे 'कश्मीर में भारत के सामर्थ्य को चुनौती' विषय पर विमर्श था। इस कार्यक्रम में इंस्टिट्यूट ऑफ नेशनल फैशन डिजाइन के निदेशक प्रो भरत शाह द्वारा  कार्यक्रम की अध्यक्षता की गया। कार्यक्रम में रायबरेली नगर के लगभग 250 प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे।

प्रतापगढ़ में 19 मई को प्रात: 11:30 बजे कश्मीर की सांस्कृतिक विरासत विषय पर कार्यक्रम था जिसमें प्रबुद्ध वर्ग के 90 लोग सम्मिलित हुए।

19 मई को प्रयागराज के इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के सभागार में 'स्वामी विवेकानन्द के सपनों का भारत' विषय पर सायं 5:00 बजे व्याख्यान हुआ। 

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी, पूर्व कुलपति बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय ने की।कार्यक्रम में 70 प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।

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